पश्चिम बंगाल राज्य, भारत की, पूर्व दिशा में है। कोलकाता इसकी राजधानी है, जो ब्रिटिश रूल के समय, पूरे भारत की राजधानी भी रही है। जब अंग्रेज भारत में आए, तो उस समय बंगाल दिल्ली के सुलतान के नियंत्रण में था। 1757 के बाद, धीरे-धीरे बिहार और उड़ीसा समेत, बंगाल भी, अंग्रेजों के नियंत्रण में आ गया। सन 1905 में, अंग्रेजों ने बंगाल का बटवारा कर दिया, लेकिन लोगों के विरोध की वजह से, सन 1911 में, ब्रिटिशों को, बंगाल को फिर से एक करना पडा़। भारत की आजादी के समय, 20 जून 1947 को, बंगाल के हिंदुओं ने, भारत में विलय का फैसला किया था। साल 1971 के युद्ध के बाद पूर्वी पाकिस्तान आजाद होकर बांग्लादेश बन गया, और और उसी का जो पश्चिमी हिस्सा था, वो भारत का पश्चिम बंगाल राज्य बना। ये, क्षेत्रफल के हिसाब से 14वां और जनसंख्या के मामले में, चौथा सबसे बड़ा राज्य है। इसके पड़ोस में- नेपाल, सिक्किम, भूटान, असम, बांग्लादेश, ओडिशा, झारखण्ड, बिहार राज्य है। इसकी विधानसभा सीटों की संख्या 294 है। और 42 लोकसभा सीटें हैं।
बंगाल के प्रसिद्ध संत- चैतन्य महाप्रभु, स्वामी विवेकानंद, सुभाषचंद्र बोस, रामकृष्ण परमहंस, खुदीराम बोस, प्रणब मुखर्जी, रविंद्रनाथ टैगोर और फिल्म इंडस्ट्री के 'किशोर कुमार का जन्म पश्चिम बंगाल में हुआ था। यहां का बंगाल टाइगर, दुनियाभर में प्रसिद्ध है। कोलकाता में भारत का सबसे पुराना और सबसे बड़ा म्यूजियम है। दार्जिलिंग जिले का घूम रेलवे स्टेशन भारत का, सबसे ऊंचा रेलवे स्टेशन है। 51 शक्तिपीठों में से, लगभग 10 से 12 पश्चिम बंगाल में हैं। नवरात्रि में यहां की दुर्गा पूजा, दुनियाभर में प्रसिद्ध है। बंगाल के प्रमुख मंदिरों में कालिका माता का मंदिर, श्रीरामकृष्ण मठ, हुगली इमामबाड़ा और बैंडेल चर्च है। बंगाल की मिश्टी दोई की तरह, इसकी भाषा को भी, दुनिया की सबसे प्यारी और मधुर भाषा माना जाता है। कारण है- इसकी सादगी।
इकोनॉमी के मामले में, ये भारत का छठा सबसे बड़ा राज्य है। भारत जितना चमड़े का सामान निर्यात करता है, उसका लगभग 50% यहीं से आता है। चावल की प्रोडक्शन भी, सबसे ज्यादा यहीं होती है और चाय के उत्पादन के मामले में, ये दूसरे नंबर पर है। आज इसके स्थापना दिवस पर, द रेवोल्यूशन -देशभक्त हिंदुस्तानी, की ओर से, राज्यवासियों को शुभकामनाएं। कामना करते हैं कि ये राज्य, समृद्धि के पथ पर यूं ही अग्रसर रहे।